२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे !
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भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा न करो. वास्तविकता में हमारे कर्म ही हमारे भाग्य का निर्धारण करते हैं. यह एक ही सिक्के के दो पहलुओं की तरह हैं. कर्म करते हुए हमें भाग्य के महत्त्व को नकारना नहीं चाहिए.
हम किसी भी कार्य से घर से बाहर निकलते हैं तो अपने बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद देने का कार्य नहीं करते हैं जबकि बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद पैर छूकर लेने से सभी प्रकार की समस्याएं कम होने लगती हैं यदि अपने माता-पिता दादा-दादी आदि के पैर छूकर हम घर से बाहर निकलते हैं तो हमारे ग्रह हमारे अनुकूल शुभ फल प्राप्त कराते हैं और किसी भी प्रकार के संकट हम पर नहीं आते हैं।
* कर्क राशि के जातक अपनी माता का जीवन पर्यन्त आदर करें उनकी सलाह का अवश्य पालन करें । अपनी माता से चांदी, चावल लेकर अपने पास रखें और नित्य माँ भगवती दुर्गा की आराधना करें। धार्मिक कार्यों में सक्रीय रूप से हिस्स लें।
प्रतिदिन आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं. ऐसा करने से आपके जीवन में शनि, राहु, केतु का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा. साथ ही आपका भाग्य भी अच्छा रहेगा.
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ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक़, यदि kismat ka upay आप प्रतिदिन पक्षियों को दाना डालते हैं तो इससे आपके जीवन में खुशहाली आती है और अशुभ ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है.
हालांकि लाल किताब के अनुसार संपूर्ण जन्म पत्रिका का विश्लेषण करने के बाद ही उपाय बताए जाते हैं इसीलिए यहां भाग्य को जगाने के लिए सामान्य उपाय ही बताए जा रहे हैं। लाल किताब का विशेषज्ञ सोए हुए ग्रहों की दृष्टि देखकर उन्हें जगाने के उपचार बताते हैं। कौन से भाव को किस ग्रह के द्वारा जगाया जाता है, इसे जानने से पहले यह जानना जरूरी होता है कि उसे देखे जाने वाले भाव के अंदर कौन सा ग्रह स्थापित है। हो सकता है कि किसी ग्रह को जगाने पर अनर्थ भी हो जाए इसलिए हमेशा भाव को सही रूप से समझकर ही जगाना चाहिए।
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फिर उस कपडे को रोगी के कान से बांध दें ! बुखार उतर जायगा !
सुबह सूरज उगने के समय एक गुड का डला लेकर किसी चौराहे पर जाकर दक्षिण की ओर मुंह करके खडे हो जांय ! गुड को अपने दांतों से दो हिस्सों में काट दीजिए ! गुड के दोनो हिस्सों को वहीं चौराहे पर फेंक दें और वापिस आ जांय !
रोज जब भी घर से निकले तो उसके पहले अपने माता-पिता और घर के बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में स्थित सभी विपरीत ग्रह आपके अनुकूल हो जाएंगे और शुभ फल प्रदान करेंगे। माता-पिता के आशीर्वाद से आप पर आने वाला संकट टल जाएगा और आपके काम बनते चले जाएंगे।